भारतस्य शर्मनिरपेक्ष व्यवस्था दर्पण

भारतस्य शर्मनिरपेक्ष व्यवस्था दर्पण:- सामान्यत: कृत्य के प्रति ढीठता को बेशर्मी कहते हैं। बेशर्मी की सीमा बड़ कर राष्ट्रद्रोह तक आ जाये व यह धर्मनिरपेक्षता के नाम से किया जाये, वह शर्मनिरपेक्षता कहाता है। वर्तमान विपक्ष, सारा तंत्र व मीडिया इसके प्रत्यक्ष उदाहरण हैं। इस शर्मनिरपेक्षता का दर्पण व इसका एक ही उपाय है, राष्ट्रवाद का जागरण। संपर्क सूत्र : BharatVarshasya@gmail.com, 9599302044. 7838468776, 99910774607, 7531949051, 9911111611

शुक्रवार, 13 फ़रवरी 2015

वाशिंगटन पोस्ट का विशेषण सबसे अच्छा

›
दिल्ली चुनावो का सबसे अच्छा विशेषण वाशिंगटन पोस्ट ने किया है ... पोस्ट के अनुसार भारत की जनता 'मुफ्त में' हर चीज पाना चाहती है .. य...

असम निकाय चुनाव में भाजपा की भव्य विजय

›
असम नगर निगम चुनाव में भाजपा की भव्य विजय  युदस: किसी नकारात्मक  मसालेदार  मीडिया ने इसे दर्शाया? असम में हुए शहरी निगम बोर्ड चुनाव परि...
शुक्रवार, 5 दिसंबर 2014

निरंजन ज्योति और विपक्ष

›
निरंजन ज्योति और विपक्ष  केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति के विवादास्पद वक्तव्य पर  खेद व्यक्त किये जाने के बाद  भी,  मंत्री को हटान...
सोमवार, 1 दिसंबर 2014

मंत्री साध्वी निरंजन का खेद व स्पष्टीकरण

›
* संसद  दर्पण   मंत्री  साध्वी निरंजन  का खेद व स्पष्टीकरण   युदस 2.12  न.दि :  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साध्वी निरंजन ज्योति के विव...
बुधवार, 5 नवंबर 2014

प्रकाशपर्व की बधाइयाँ

›
प्रकाशपर्व की बधाइयाँ गुरुनानक जयंती पर विशेष  जो बोले सो निहाल सतश्री अकाल  अखिल विश्व में बसे  गुरुसिख, उनके दिल बसे  नानक देव...
1 टिप्पणी:
मंगलवार, 2 सितंबर 2014

सुधरेंगे नहीं, हम?

›
सुधरें गे  नहीं,  ह म ? औकात   भूल   गए   क्या ?   मार्च   में   इन्ही   हरकतों   ने   डुबोया   था ,   तुम्हें   और   तुम्हारे   आकाओं   को...
1 टिप्पणी:
बुधवार, 20 अगस्त 2014

आत्मविश्लेषण -भाईचारे के कैंसर का !

›
आत्मविश्लेषण -भाईचारे के कैंसर का !  वन्देमातरम, उत्तिष्ठत पार्थ, उत्तिष्ठत जाग्रत; जागृति ही संस्कृति का बोध है। इराक में सुन्नी आतंक...
रविवार, 10 अगस्त 2014

आप कैसा भारत चाहते हैं ?

›
आप कैसा भारत चाहते हैं ?  आप अपनी आने वाली पीढ़ी को  कौनसा भारत देना चाहते हैं? जब दारुल हरब और दारुल इस्लाम के नामसे वैश्विक निर्णायक युद्...

धर्मनिरपेक्ष संविधान या तालिबान ?

›
धर्मनिरपेक्ष संविधान या तालिबान ?   धारा 30 (A) क्या आप इसे उचित मानते हैं ?  क्या आप इस शर्मनिरपेक्ष अनुचित कुचक्र का समर्थन करते हैं।  ...
शनिवार, 9 अगस्त 2014

आतंकवाद रक्षक -मानवतावादी पाखंड

›
आतंकवाद रक्षक -मानवतावादी पाखंड वन्देमातरम, जिन्दा हूँ के साँस अभी बाकि है ये मुहावरा क्या आपको वीरोचित लगता है ? आशावाद आवश्यक है किन्त...
‹
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें

मेरे बारे में

Unknown
मेरा पूरा प्रोफ़ाइल देखें
Blogger द्वारा संचालित.